Coca Cola: ड्रग्स की लत ने ईजाद किया था कोका कोला को, जानिए इस ड्रिंक की रेसिपी और दिलचस्प कहानी
- By Sheena --
- Monday, 08 May, 2023
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Know The History of Coca Cola and recipe here in details
Coca Cola: दुनिया की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सॉफ्ट ड्रिंक में से एक कोका कोला है। लोगों की आज भी ये पहली पसंद बानी हुई चाहें मार्किट में फिर जितने सॉफ्ट ड्रिंक्स की ब्रांड्स आजाए, फिर छोटे से लेकर बड़ी उम्र के लोग इसे गर्मी सर्दी में भी पीना पसंद करते है। पर आपको पता है इसकी ईजाद कब की गयी थी और क्यों ऐसा अविष्कार बना दुनिया का सबसे खास। दरअसल, मई 1886 में, अटलांटा, जॉर्जिया के एक फार्मासिस्ट डॉक्टर जॉन पेम्बर्टन द्वारा कोका-कोला का आविष्कार किया गया था। कोका-कोला कंपनी के अनुसार, पेम्बर्टन ने प्रसिद्ध पेय के लिए सिरप विकसित किया, जिसे स्थानीय जैकब की फार्मेसी में नमूना लिया गया और शानदार माना गया। एक नया "स्वादिष्ट और ताज़ा" पेय बनाने के लिए सिरप को कार्बोनेटेड पानी के साथ मिलाया गया था। पेम्बर्टन ने अपने पिछवाड़े में तीन-पैर वाली पीतल की केतली में प्रसिद्ध कोका-कोला फॉर्मूला तैयार किया।
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कोका-कोला का जन्म
आपको ये जानकर अजीब लगेगा पर ये सच है कि इसकी खोज एक फौजी ने की थी।दरअसल, अमेरिका में गृहयुद्ध के दौरान 1865 में लेफ्टिनेंट कर्नल जॉन पेम्बर्टन बुरी तरह घायल हो गए थे। अपने दर्द को दूर करने के लिए वह ड्रग्स लेने लगे। धीरे-धीरे उन्हें इस ड्रग्स की लत लग गई। अपनी इस लत को दूर करने के लिए उन्होंने विकल्प तलाशा शुरू किया। इसी तलाश का नतीजा कोका कोला (Coca Cola) के रूप में दुनिया के सामने आया। इसके परिणामस्वरूप कोका-कोला का नाम पेम्बर्टन के मुनीम फ्रैंक रॉबिन्सन द्वारा दिया गया एक सुझाव था। कोका पत्ती के अर्क और कोला अखरोट से कैफीन के लिए बुलाए जाने वाले सिरप के नुस्खा के रूप में, कोका कोला नाम के साथ आना आसान था। हालांकि, रॉबिन्सन, जो उत्कृष्ट लेखन कौशल के लिए जाने जाते थे, ने सोचा कि नाम में दो सी का उपयोग विज्ञापन में आकर्षक लगेगा। इस तरह कोला कोला बन गया और ब्रांड नाम का जन्म हुआ। रॉबिन्सन को आज के प्रसिद्ध लोगो के रूप में काम करने वाले बहने वाले अक्षरों का उपयोग करके पहली स्क्रिप्टेड "कोका-कोला" बनाने का श्रेय भी दिया जा सकता है।
8 मई 1886 को पहली बार बेची गई थी कोला कोला
जॉन पेम्बर्टन (John Pemberton) सेना में जाने से पहले फॉर्मेसी का काम करते थे। वह लगातार ड्रग्स के विकल्प के लिए रिसर्च करते रहे। उन्होंने सालों तक मेहनत की, लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर उन्हें फ्रैंक रॉबिन्सन (Frank Robinson) का साथ मिला। दोनों ने मिलकर एक केमिकल कंपनी शुरू की। पेम्बर्टन यहां एक तरल पदार्थ बनाया। इसमें सोडा मिलाकर लोगों को टेस्ट कराया। यह ड्रिंक लोगों को काफी पसंद आई। 8 मई 1886 को पहली बार कोका कोला बेचा गया।
पहली बार कितने में बिक्री थी कोका कोला?
इसकी शुरुआती कीमत 5 सेंट प्रति गिलास थी। कोका-कोला की शुरुआत में बिक्री काफी सुस्त रही। एक साल 9 गिलास प्रति दिन के हिसाब से बिक्री हुई। शुरुआत में 50 डॉलर की कमाई हुई, जबकि लागत 70 डॉलर से अधिक थी।
नए कोक का जन्म और मृत्यु
23 अप्रैल, 1985 को व्यापार रहस्य "न्यू कोक" फॉर्मूला तेजी से प्रतिस्पर्धी कोला बाजार की वजह से घटती बिक्री के जवाब में शुरू किया गया था। हालांकि, नया नुस्खा विफल माना गया था। कोका-कोला के प्रशंसकों की नकारात्मक प्रतिक्रिया थी, कुछ का कहना है कि शत्रुतापूर्ण, नए नुस्खा के लिए प्रतिक्रिया, और तीन महीनों के भीतर, मूल कोला जिसने जनता के दिलों और स्वाद की कलियों पर कब्जा कर लिया था, लौट आया। कोका-कोला क्लासिक की नई ब्रांडिंग के साथ मूल कोला स्वाद की वापसी हुई। न्यू कोक अलमारियों पर बना रहा, और 1992 में कोक II को फिर से ब्रांड किया गया, 2002 में अंत में बंद होने से पहले। 2017 तक, कोका-कोला एक सार्वजनिक रूप से कारोबार वाली फॉर्च्यून 500 कंपनी है, जिसका वार्षिक राजस्व $41.3 बिलियन से अधिक है। कंपनी के पास 146,200 कर्मचारियों का कार्यबल है, और इसके उत्पादों की प्रतिदिन एक बिलियन से अधिक पेय की दर से खपत होती है।
बिक्री बढ़ाने के लिए मुफ्त कूपन बांटे गए
सॉफ्ट ड्रिंक का फार्मूला पेम्बर्टन के पास अधिक दिनों तक नहीं रह पाया। इस फार्मूले को 1887 में 2300 डॉलर में बिजनेसमैन एशा ग्रिग्स कैंडलर (Asa Griggs Candler) ने खरीद लिया। उन्होंने कोका कोला को सफल बनाने के लिए एक तरकीब निकाली। लोगों को इसकी लत लगाने के लिए फ्री में ड्रिंक के कूपन बांटे। इसके बाद लोगों के जुबान पर इस ड्रिंक का ऐसा स्वाद चढ़ा कि दुनियाभर में मशहूर हो गई।
सिर दर्द की दवा के लिए पीते थे कोका कोला
कैंडलर ने कोका कोला का खूब विज्ञापन किया। ग्राहकों को आकर्षित करने के कई तरीके अपनाएं। 1890 तक कोका कोला यूएस का सबसे लोकप्रिय ड्रिंक बन चुका था। शुरुआत में लोग सिर दर्द की दवा और थकान दूर करने के लिए इसको पीते थे।
भारत में कब आई कोला कोला?
कोका कोला ने भारत में 1950 में एंट्री मारी। कंपनी ने नई दिल्ली में पहला प्लांट लगाया। 1977 में उद्योग मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने कोका कोला के सामने शर्त रखी कि अगर व्यापार करना है तो 60 फीसदी हिस्सेदारी भारतीय कंपनी को देनी पड़ेगी। कंपनी ने इसे इनकार कर दिया और भारत से जाने का फैसला किया। 1993 में कोका कोला ने भारत में दोबारा एंट्री मारी। इसके बाद कंपनी ने थम्स अप, लिम्का और माजा जैसे ब्रांड्स का अधिग्रहण कर लिया। आपको बतादें कि आज दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में कोका कोला बेची जाती है। क्यूबा और उत्तर कोरिया में इसकी बिक्री नहीं होती है।
कहां है कोका कोला की रेसिपी?
जॉन पेम्बर्टन ने कोका कोला ड्रिंक का फॉर्मूला एक छोटे ग्रुप को बताया था। तब फार्मूले को कहीं लिखा नहीं गया था। उसके बाद ड्रिंक के राइट्स कैंडलर (Asa Candler) ने खरीद लिए थे। 1919 में अर्नेस्ट वुडरफ और निवेशकों ने कैंडलर से कंपनी को खरीद लिया। वुडरफ ने कोका कोला की रेसिपी को लोन लेने के लिए गारंटी की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने कैंडलर के बेटे को कोका कोला का फॉर्मूला लिखने को कहा और 1925 में लोन चुकाने तक कागज को बैंक की तिजोरी में रख दिया। 1925 में लोन पूरा होने के बाद वुडरफ ने रेसिपी को सनट्रस्ट बैंक के लॉकर में रख दिया। सनट्रस्ट के बैंक लॉकर में फार्मूला 86 साल तक रखा था। कंपनी ने 125वीं सालगिरह पर फॉर्मूला को लॉकर से निकाला और कंपनी ने हाईटेक सीक्रेट वॉल्ट में रखा। ये सीक्रेट वॉल्ट वर्ल्ड ऑफ कोका कोला म्यूजियम अटलांटा (World of Coca-Cola) में है और एक मेटल बॉक्स में बंद है।
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